मुझे दर्दे दिल की है जुस्तजू मुझे चश्मेतर की तलाश है
मुझे दर्दे दिल की है जुस्तजू मुझे चश्मेतर की तलाश है,
मुझे सोजो साजे हयात की गमे मोतवर की तलाश है।
जिन्हें शौके जलबाए बाम हैं उन्हें हों नसीब बुलंदियां,
मेरा सर जहां से न उठ सके, मुझे ऐसे दर की तलाश है।
जिन्हें बिजलियों की है आरजू, उन्हें शोलगी मिले बर्फ की,
मुझे आशियां की है जुस्तजू, मुझे बालो पर की तलाश है।
जिन्हें जौके कैफो सरूर है, वो गरीक मस्तियों हाल हों,
मेरे दिल को साकिए मयकदा, तेरी इक नजर की तलाश है।
है जुनूने सैरे फलक, जिन्हें उन्हें राहे कहकशां मिले।
मुझे तेरे दर की तलाश है, तेरी रहगुजर की तलाश है।
है तलाशे लालो गुहर जिन्हें, मिलें उन्हें बहरो बर की ये दौलतें,
मुझे नक्शे पा की तेरे तलब, तेरे खाके दर की तलाश है।
जो खुदा के जोया हैं अर्श पर, वो खुदा से जाके हों हमसखुन,
जिसे ढूंढता फिरे खुद खुदा, मुझे उस बशर की तलाश है।
OSHO